साइबर ठगी cyber fraud के इन 15 खतरनाक तरीकों से बचें, आपकी जानकारी ही आपकी सुरक्षा है!
देश में साइबर अपराध तेजी से बढ़ रहा है। हर दिन सैकड़ों लोग डिजिटल ठगी के शिकार हो रहे हैं। साइबर ठग नए-नए तरीके अपनाकर लोगों को निशाना बना रहे हैं, जैसे डिजिटल अरेस्ट, जॉब स्कैम, फिशिंग और इन्वेस्टमेंट धोखाधड़ी। हाल ही में पश्चिम बंगाल के खड़गपुर और यूपी के लखनऊ में हुए मामलों ने इन अपराधों की गंभीरता को उजागर किया है। इंडियन कंप्यूटर इमरजेंसी रिस्पॉन्स टीम (सर्ट-इन) ने 15 प्रमुख साइबर ठगी cyber fraud के तरीकों को चिन्हित किया है। इनसे बचने के उपाय जानना बेहद जरूरी है। अगर आप सतर्क रहेंगे, तो अपनी मेहनत की कमाई और निजी जानकारी को सुरक्षित रख सकते हैं।
साइबर ठगी cyber fraud के प्रमुख 15 तरीके और उनसे बचाव
- डिजिटल अरेस्ट स्कैम:
कानून का डर दिखाकर ठग लोगों से पैसे ऐंठते हैं। जैसे, मनी लॉन्ड्रिंग या ड्रग्स कंसाइनमेंट के झूठे आरोप लगाना।
बचाव: किसी भी अनजान कॉल पर भरोसा न करें। अधिकारियों से सीधे संपर्क करें। - फिशिंग स्कैम:
जानी-मानी कंपनियों के नाम पर फर्जी ईमेल भेजकर बैंक खाते की जानकारी चुराते हैं।
बचाव: लिंक पर क्लिक करने से पहले मेल की सत्यता जांचें। - जॉब स्कैम:
फर्जी नौकरी के ऑफर देकर ज्वाइनिंग फीस या रजिस्ट्रेशन के नाम पर पैसे ऐंठे जाते हैं।
बचाव: नौकरी की वेबसाइट और संपर्कों की जांच करें। - गलती से पैसे भेजने का स्कैम:
ठग फर्जी पैसे ट्रांसफर का मैसेज भेजते हैं और वापस पैसे मांगते हैं।
बचाव: जांचे बिना पैसे वापस न भेजें। - इमोशनल मैनिपुलेशन स्कैम:
फेक सोशल मीडिया प्रोफाइल बनाकर भावनात्मक रूप से ब्लैकमेल करते हैं।
बचाव: अनजान लोगों से निजी जानकारी साझा न करें। - लकी ड्रॉ स्कैम:
लॉटरी या इनाम का लालच देकर टैक्स के नाम पर पैसे मांगते हैं।
बचाव: किसी भी अनजान इनाम या ऑफर पर भरोसा न करें। - पार्सल स्कैम:
ड्रग्स या गैरकानूनी सामान मिलने का डर दिखाकर पैसे ऐंठते हैं।
बचाव: किसी भी संदिग्ध कॉल पर पुलिस को सूचित करें। - कैश ऑन डिलीवरी स्कैम:
फर्जी वेबसाइट से सामान ऑर्डर करवाकर गलत प्रोडक्ट भेजते हैं।
बचाव: केवल भरोसेमंद वेबसाइट्स से खरीदारी करें। - इन्वेस्टमेंट स्कैम:
बड़ा रिटर्न देने का लालच देकर पोंजी स्कीम में पैसे फंसाते हैं।
बचाव: निवेश से पहले कंपनी की वैधता जांचें। - लोन और कार्ड स्कैम:
कम डॉक्यूमेंट में लोन या क्रेडिट कार्ड का झांसा देते हैं।
बचाव: केवल बैंक या भरोसेमंद वित्तीय संस्थानों से ही संपर्क करें। - फोन स्कैम (KYC के नाम पर ठगी):
सरकारी अधिकारी बनकर दस्तावेज मांगते हैं और बैंक खाता खाली कर देते हैं।
बचाव: KYC के नाम पर किसी को निजी जानकारी न दें। - सोशल मीडिया पर बदनामी:
वीडियो कॉल की रिकार्डिंग कर ब्लैकमेल करते हैं।
बचाव: अनजान कॉल्स से बचें और सोशल मीडिया पर सतर्क रहें। - ओटीपी धोखाधड़ी:
ठग बैंक अधिकारी बनकर कॉल करते हैं और ओटीपी (वन-टाइम पासवर्ड) मांगते हैं। ओटीपी देने पर आपके बैंक खाते से पैसे निकाले जा सकते हैं।
बचाव: किसी से भी ओटीपी साझा न करें। बैंक कभी ओटीपी नहीं मांगते। - फर्जी ऐप्स के माध्यम से ठगी:
ठग फर्जी मोबाइल ऐप्स बनाते हैं, जो दिखने में असली लगते हैं। इन ऐप्स के जरिए वे आपकी निजी जानकारी चुरा लेते हैं।
बचाव: केवल आधिकारिक ऐप स्टोर से ही ऐप्स डाउनलोड करें। - क्विज़ और गेमिंग स्कैम:
ठग ऑनलाइन गेम्स या क्विज़ के माध्यम से प्राइज जीतने का लालच देते हैं और इनाम पाने के लिए फीस मांगते हैं।
बचाव: किसी भी ऑनलाइन गेम या क्विज़ पर व्यक्तिगत जानकारी न दें।
कैसे रहें सुरक्षित?
- हमेशा सतर्क रहें और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट तुरंत पुलिस को दें।
- मजबूत पासवर्ड और दो-स्तरीय सुरक्षा (Two-Factor Authentication) का उपयोग करें।
- किसी भी संदिग्ध कॉल, मैसेज या ईमेल पर प्रतिक्रिया देने से पहले उसकी सत्यता जांचें।
- साइबर ठगी cyber fraud के बारे में जानकारी फैलाएं और दूसरों को जागरूक करें।
आपकी सतर्कता ही आपकी सुरक्षा है!
साइबर ठगों से बचने के लिए जागरूकता और सतर्कता बेहद जरूरी है। डिजिटल दुनिया में सुरक्षित रहने के लिए इन उपायों का पालन करें।
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