VPN Apps भारत सरकार ने ऑनलाइन गोपनीयता और सुरक्षा को लेकर बड़ा कदम उठाया है। कई पॉपुलर VPN ऐप्स को ऐप स्टोर और Google Play Store से हटा दिया गया है। इनमें Cloudflare का 1.1.1.1 VPN और अन्य कई वर्चुअल प्राइवेट नेटवर्क (VPN) शामिल हैं। इस कार्रवाई का उद्देश्य देश में साइबर सुरक्षा को मजबूत करना और अवैध गतिविधियों पर अंकुश लगाना है।
VPN Apps को हटाने के पीछे क्या है वजह?
TechCrunch की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय गृह मंत्रालय के साइबर अपराध समन्वय केंद्र ने इन ऐप्स को हटाने का आदेश दिया।
- कानूनी उल्लंघन का आरोप:
VPN ऐप्स के कंटेंट को भारतीय कानूनों का उल्लंघन करने वाला बताया गया। - डेटा स्टोरेज का मुद्दा:
सरकार ने VPN प्रोवाइडर्स को यूजर्स की जानकारी जैसे एड्रेस, IP एड्रेस, और ट्रांजैक्शन हिस्ट्री स्टोर करने का निर्देश दिया था। - पांच साल तक डेटा रखने की शर्त:
सरकार ने यह भी कहा कि इन डेटा को जरूरत पड़ने पर सरकारी एजेंसियों को उपलब्ध कराना होगा।
बड़े VPN Apps प्रोवाइडर्स का विरोध
NordVPN, ExpressVPN, SurfShark, और ProtonVPN जैसे बड़े प्लेयर्स ने इन नियमों पर कड़ी आपत्ति जताई।
- उन्होंने इसे गोपनीयता का उल्लंघन करार दिया।
- कई कंपनियों ने अपने भारतीय सर्वर इंफ्रास्ट्रक्चर को हटाने का फैसला किया।
हालांकि, ये ऐप्स अब भी भारतीय ग्राहकों को सर्विस दे रहे हैं, लेकिन उन्होंने देश में ऐप्स को प्रमोट करना बंद कर दिया है।
क्या कहते हैं नए नियम?
सरकार ने VPN Apps प्रोवाइडर्स और क्लाउड सर्विस ऑपरेटर्स के लिए सख्त नियम बनाए हैं:
- यूजर्स का पूरा डेटा रिकॉर्ड करना अनिवार्य।
- यूजर्स के ट्रांजैक्शन की 5 साल की हिस्ट्री स्टोर करना।
- जरूरत पड़ने पर सरकारी एजेंसियों को डेटा उपलब्ध कराना।
Cloudflare और अन्य VPN पर असर
Cloudflare का 1.1.1.1 VPN Apps , जो भारत में काफी लोकप्रिय था, अब ऐप स्टोर और Google Play Store से हटा दिया गया है। हालांकि, Apple, Google और Cloudflare की ओर से अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।
क्या इसका असर यूजर्स पर पड़ेगा?
- गोपनीयता में कमी: नए नियमों के कारण यूजर्स की ऑनलाइन प्राइवेसी प्रभावित हो सकती है।
- सर्वर इंफ्रास्ट्रक्चर का हटना: कई VPN कंपनियों के सर्वर भारत से हटाए जाने से स्पीड और सर्विस में कमी आ सकती है।
- विकल्प की तलाश: यूजर्स को अन्य सुरक्षित और किफायती विकल्पों की तलाश करनी होगी।
VPN के फायदों और नुकसान का विश्लेषण
फायदे:
- ऑनलाइन प्राइवेसी: VPN आपकी पहचान छुपाने में मदद करता है।
- ग्लोबल कंटेंट एक्सेस: भू-प्रतिबंधित कंटेंट का इस्तेमाल करना आसान बनाता है।
नुकसान:
- नियमों का उल्लंघन: नए नियमों के चलते VPN का उपयोग कठिन हो सकता है।
- डेटा की सुरक्षा: VPN पर सरकार की निगरानी बढ़ने से गोपनीयता पर सवाल उठ सकते हैं।
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भारत सरकार की इस कार्रवाई से देश की साइबर सुरक्षा मजबूत होगी, लेकिन इसका असर ऑनलाइन गोपनीयता पर भी पड़ेगा। VPN ऐप्स के खिलाफ उठाए गए कदमों ने उपयोगकर्ताओं को डेटा सुरक्षा के नए विकल्प तलाशने के लिए मजबूर कर दिया है।